मनुष्य के जन्म के साथ ही उसे कुछ प्राकृतिक अधिकार मिल जाते है जो पूरे जीवन उसके जीवन को एक आधार प्रदान कर उसे जीवन जीने का अधिकार देते है। संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रत्येक मनुष्य के जीने के इसी अधिकार की व्याख्या करते हुए आज अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर श्री जैन कन्या पी जी महाविद्यालय की रासेयो यूनिट्स द्वारा मानवाधिकार दिवस मनाया गया।इस बार इसकी थीम दैनिक आवश्यकताएं पर आज एक परिचर्चा रखी गई।
प्राचार्य डॉ संध्या सक्सेना ने मनुष्य के प्रकृति प्रदत्त अधिकारों की व्याख्या करते हुए सभी को जीने के अधिकार मिलने की बात और कानून द्वारा उनके सरंक्षण की बात कही
वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ राजेंद्र जोशी ने अपने उद्बोधन में स्वयंसेविकाओं को अपने वास्तविक अधिकार जानने और समझदारी से उनके प्रयोग की बात कहीं।
छात्रा लवीना कछावा ने भी समाज में व्याप्त असमानता को दूर करने के लिए सार्थक प्रयास पर विचार प्रस्तुत किए।
रासेयो प्रभारी विशाल सोलंकी ने कहा कि आज के संदर्भ में मानवाधिकारों की स्थिति और और दैनिक आवश्यकताओं की सभी तक पहुंच होनी चाहिए इसके लिए आम जन को अपने अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए।
परिचर्चा में स्वयंसेविकाओं ने भी बराबर हिस्सा लेकर अपनी बात मंच पर रखी
अन्य संकाय सदस्य भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।


