कहते है कि हम जहां अपने जीवन का महत्वपूर्ण भाग जीते है वो पूरे जीवन भर हमारी स्मृति में बने रहते है,कुछ ऐसे ही पल कॉलेज में बिताए हुए होते है जो सालों बाद भी हमें तरोताजा रखते है।इन्हीं पलो की स्मृति को अपने जीवन में समेटे हुए आज सन् 2000 की स्नातक छात्राओं का आज कॉलेज में एलुमनी मीट पूर्व तैयारी कार्यक्रम हुआ।
उस वर्ष की सभी छात्राएं जो आज अलग -अलग क्षेत्रों में अपना वर्चस्व स्थापित कर चुकी है और पूरे भारत और विदेशों में निवास कर रही है,आज वो अपने जीवन के यादों के झरोखे से फिर से झांकने के लिए और उन दिनों के कॉलेज के अनुभवों, किस्से -कहानियों को फिर से दोहराने के लिए एक मंच पर उपस्थित हुई। और अपना परिचय दिया।
इनमें से कुछ सरकारी सेवा में है तो कुछ टेक्निकल क्षेत्र में काम कर रही है।समाज सेवा और घर को संभालने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से भी जुड़ी हुई है।
प्राचार्य डॉ संध्या सक्सेना ने सभी छात्राओं का हार्दिक स्वागत किया ।
प्राचार्य महोदया और संकाय सदस्य डॉ धनपत जैन के प्रयासों से ये छात्राएं आज सालों बाद एक मंच पर आई और उन्हें यहां आकर बहुत ही सुकून मिला।
उन्होंने आज भी उन दिनों को याद करते हुए कहा कि चाहे क्लास अटेंड करनी हो या खेल- कूद में भाग लेना हो या एजुकेशन टूर पर जाना हो,आज भी वो दिन स्मृति पटल पर छाए हुए है।
आज पच्चीस साल बीतने के बाद भी उन्हें कॉलेज में हुई हर गतिविधि याद है।
अपने एलुमनी मीट पूर्व तैयारी के लिए आई छात्राओं ने कॉलेज को एक घड़ी भी भेंट की
फिर यहां पर आने की बात कहकर एलुमनी की सभी छात्राएं प्राचार्य और संकाय सदस्यों से विदा हुई।